गौतम बुद्ध के जीवन बदल देने वाले विचार। Gautam Buddha Thoughts in Hindi
बौद्ध धर्म के संस्थापक और विश्व को शांति का संदेश देने वाले महान भगवान Gautam Buddha का जन्म 563 ईसा पूर्व लुम्बिनी (नेपाल) मे हुआ था। उनके महान विचार इंसान को जीने की एक नयी राह दिखाते है। आज हम इस पोस्ट मे उनके प्रेरक विचारों के बारे मे बात करेंगे।
Goutam Buddha

गौतम बुद्ध के 34 महान विचार। Gautama Buddha Thoughts
तुम्हे तुम्हारे क्रोध के लिए सजा नहीं मिलेगी बल्कि तुम्हारे क्रोध से ही तुम्हें सजा मिलेगी।
अपने अतीत के बारे मे मत सोचो, अपने भविष्य के बारे मे चिंता मत करो, हमेशा वर्तमान पे अपना ध्यान केंद्रित करो।
हमे कोई और नहीं बचा सकता सिवाय खुद के।
ये तीन चीजे जादा समय तक छिपी नहीं जा सकती हैं, सूर्य, चंद्रमा और सत्य।
अगर आप किसी और के लिए दिया जलाते हो, तो ये दिया आपके मार्ग मे भी उजाला लाएगा।
मोक्ष पाने के लिए मेहनत करो किसी और पे निर्भर मत रहो।
ये तो मनुष्य का मन है, उसका कोई दुश्मन नहीं, जो उसे बुरे रास्ते पर ले जाने के लिए उसे लुभाता है।
किसी मनुष्य को बुद्धिमानी नहीं कहा जा सकता क्योंकि वो हमेशा बाते करता रहता है, अगर वो शांति पूर्ण है, निडर है, तो वो मनुष्य सच मे बुद्धिमान कहा जा सकता है।
एक क्षण एक दिन को बदल सकता है एक दिन एक जीवन को बदल सकता है और एक जीवन सारे विश्व को बदल सकता है।
अगर आप सही दिशा मे संघर्ष कर रहे हो, तो तुम्हें उस राह पर चलते रहना है।
अगर आप सच मे खुद से प्यार करते है, तो आप कभी भी किसी और को चोट नही पहुंचा सकते।
एक सच्चा प्रेम तो समझदारी से ही जन्म लेता है।
मन की शांति तो हमसे जन्म लेती है, इसे कही और ढूंढ ने की कोशिश मत करिए।
नफरत नफरत से नहीं प्रेम से खतम होती है, यह एक शाश्वत सत्य है।
क्या किया जा चुका है, ये मै कभी नहीं देखता मै तो सिर्फ ये देखता हु की क्या करना बाकी है।
जुबान तो तेज चाकू जैसी है। ये तो बिना खून निकाले ही हमे मार डालती है।
आलस्य तो मनुष्य का सबसे बडा शत्रु है।
बुराई का होना जरूरी है ताकि अच्छाई अपनी पवित्रता साबित कर सके।
अपने शरीर के स्वास्थ्य को अच्छा रखना हमारा कर्तव्य है, नहीं तो हम अपने दिमाग को मजबूत और सष्ट नहीं रख सकते है।
बिना स्वास्थ्य के जीवन जीवन नहीं है, यह एक केवल पीड़ा की स्थिति है, और एक मृत्यु की छवि है।
जिस ने अपने मन को जीता है, उसकी जीत को भगवान भी हार मे बदल नहीं सकते।
हम आज जो कुछ भी है वो हमने आज तक क्या सोचा है केवल उसी सोच का परिणाम है।
यदि कोई व्यक्ति पवित्र विचारों के साथ बोलता है या कार्य करता है तो खुशी उसकी परछाई की तरह उसका साथ कभी नहीं छोड़ती।
किसी जंगली जानवर से अधिक तो हमे एक दुष्ट मित्र से डरना चाहिए, क्योंकि एक जंगली जानवर तो हमारे शरीर को नुकसान देता है, पर एक दुष्ट मित्र हमारे मन को नुकसान देता है।
हजारो लडाई जीतने से बेहतर है की आप खुद पर विजय पा ले।
रास्ता आकाश मे नही है। रास्ता तो हमारे दिल मे है।
हर दिन एक नया दिन है। हमारा अतीत कितना भी मुश्किल हो, कोई फर्क नही पडता। आप हमेशा फिर से कार्य शुरू कर सकते है।
खुशी की ओर जाने वाला कोई मार्ग नहीं है, खुशी ही एक मार्ग है।
हर चीज पर संदेह करे और अपना मार्ग खुद चुने।
खुशी तो आपके पास क्या है और आप कौन है इसपर निर्भर नही करती। ये तो पूरी तरह से आप क्या सोचते है इसपर निर्भर करती है।
खुशी सबसे महान उपहार है, संतुष्टि सबसे महान धन है, और वफादारी सबसे महान रिश्ता है।
हमारे विचार ही हमे आकार देते है।
जब हमारा मन पवित्र होता है। तो खुशी परछाई की तरह हमारा पीछा करती है।
एक विचार जो विकसित है और कार्य मे है, वो एक विचार से अधिक महत्वपूर्ण है जो केवल एक विचार के रूप में मौजूद है।
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bahut hi achhi jankari share ki hai thank you